क्या आप ब्लॉगिंग के लिए लेट हो गए हैं ? ⏱️

कई बार आपको ये सोच आती होती कि कहीं मैं ब्लॉगिंग के लिए लेट तो नहीं हो गया, इतने सारे blogs पहले से हैं और गूगल पर कुछ भी ढूंढो सब मिल जाता है तो फिर कहीं ऐसा ना हो कि मेरी मेहनत बेकार हो जाए, मैं ब्लॉगिंग में कामयाब ही ना हो पाऊँ !!

तो अगर आपके मन के किसी छोटे से कोने में ये सोच कहीं पड़ी है तो ये पोस्ट पूरी पढ़िये उम्मीद है कुछ हल निकाल आएगा, और पोस्ट के अंत तक आप अपना फैसला आसानी से ले सकेंगे !

अगर आपको भी अभी तक ये लग रहा है कि Blogging में अब ज़्यादा Chances नहीं हैं तो थोड़ी देर रुक जाइए शायद आपको झटका लगने वाला है !

क्या ब्लॉगिंग बहुत कठिन हो गयी है ?

किसी भी क्षेत्र में कामयाब होने के लिए आपको समय और पैसा दोनों देना पड़ता है, चाहे आप चाहे आप इंजीनियर बनें, डॉक्टर बनें, या फिर सरकारी नौकरी की तैयारी करें तो भी सालों लग सकते हैं और किताबों में भी ढेरों पैसा जाता ही है और वाज़िब भी है !

और उसे हम Money Waste के तौर पर नहीं देखते उसे हम Investment की तरह देखते हैं कि एक दिन तो ये फल देगा ही, पर जब बात ब्लॉगिंग की आती है तो हम सोचते हैं बस कॉपी पेस्ट या हल्का फुल्का काम करके कुछ ढेर सारे पैसे मिल जाएँ !

हम ये भूल जाते हैं जैसी मेहनत करेंगे वैसा ही फल भी मिलेगा, आप जैसा बोएँगे वैसा ही तो काटेंगे, हो सकता है हल्की मेहनत में हल्के परिणाम मिलेंगे, इस मेहनत से बड़े फल की आशा रखना गलत ही होगा !

आपको ढेर सारे लोग ऐसे मिल जाएँगे जो कहेंगे ब्लॉगिंग में कुछ नहीं है जानते हैं क्यूँ, क्यूंकी उन्होने कोशिश की पर उन्हें कामयाबी नहीं मिली, हो सकता है उनके प्रयास में कुछ कमी रही हो ! पर ऐसे लोग तो हर क्षेत्र में हैं लोग ऐसे भी मिलेंगे जो कहेंगे कि सरकारी नौकरी बिना पैसे दिये नहीं मिलती, या बोलेंगे इंजीनियर तो 10-10 हजार की नौकरी के लिए भटक रहे हैं ! पर क्या किसी एक आदमी के कह देने से ये बातें सच हो जाएंगी ?

हर क्षेत्र में कामयाब और नाकामयाब दोनों तरह के लोग हैं, लोग Negativity फैलाने को तैयार बैठे हैं और क्यूंकी हमें Negative बातें जल्दी Affect करती हैं इसलिए हम उन्हें मान लेते हैं !

जैसे इंजीजियरिंग में कुछ नहीं है मैं पिछले 10 साल से सुन रहा हूँ पर ढेरों जानने वाले लोगों को Microsoft और ढेर सारी बड़ी कंपनियों में नौकरी पाते भी देख चुका हूँ ! सरकारी नौकरी का तो मुझे खुद ही अनुभव है !

कुछ लोगों को सब कुछ कठिन लगता है, वो दुनिया के हर काम को को आपको कठिन बताएँगे बस वो काम आसान है जो उनसे हो गया, बाकी पूरी दुनिया कठिन है ! वहीं कुछ लोग अपनी मेहनत से सब कुछ आसान बना लेते हैं !

और आखिर में एक और बात, ब्लॉगिंग बाकी सभी चीजों से बहुत आसान है बस जरूरत है तो लगातार मेहनत की और वास्तविकता में ब्लॉगिंग करने की !!

सारा कुछ तो पहले से ही इंटरनेट पर है !

हाँ सही बात है, आपको एक बात पता है, लैपटॉप, टीवी सब पहले से ही हैं पर फिर भी रोज़ नए लॉंच हो रहे हैं कुछ ना कुछ नया कंपनियाँ कर रही हैं मोबाइल भी रोज़ नए बन रहे हैं जबकि सबके पास फोन हैं फिर भी कंपनियाँ बनाए जा रही हैं और जबकि भी कुछ अलग काम नहीं करेंगे सिर्फ कॉल और फोटो ही लेंगे ! क्यूंकी नयेपन की मांग कभी घटती नहीं, नहीं तो विश्व की अर्थव्यवस्था तो रुक जाएगी !

अच्छा एक और बात बताइये आप लोग बहुत समय से गूगल सर्च का प्रयोग कर रहे हैं, क्या ऐसा हो सकता है आप कहें यार सब तो सर्च कर लिया अब क्या सर्च करें ! नहीं , ऐसा दिन कभी नहीं आएगा जानते हैं क्यूँ ?

क्यूंकि हमें इतने सारे विचार आते हैं और ये विचार हमारे काबू में नहीं हैं, और हमारी जिज्ञासा भी अनंत है ये कभी खत्म नहीं होने वाली, अगर ये दोनों चीज़ें खत्म हुईं तो ही सर्च के खत्म होने के Chances हैं अन्यथा नहीं !

अगली बात ये कि जो भी सामग्री इंटरनेट पर पहले से है उस जानकारी में समय समय पर परिवर्तन आते रहेंगे, वो एक जैसी तो रहेगी नहीं हमेशा, हमेशा नई नई चीज़ें आती रहेंगी और उन्हें लिखा जाता रहेगा या उन पर वीडियोज़ बनते रहेंगे जैसे हर बार हमें नई तकनीक देख कर लगता है अरे क्या चीज़ है पर फिर कोई नई तकनीक आकर उसे पुराना कर देती है !

आप खुद सोचकर देखो अगर नया कंटेन्ट नहीं बने 2 साल तक इंटरनेट पर तो आपको नहीं लगता कि इंटरनेट ही बेकार लगने लगेगा !

अब सब YouTube देखते हैं ?

सच में क्या ?

चलिये थोड़ा Detail में समझते हैं, सामान्य तौर पर 2 तरह के विजिटर्स इंटरनेट पर होते हैं

Goal oriented visitors – जिनके लक्ष्य निर्धारित रहते हैं और उन्हें पता होता है कि उन्हें जानना क्या है, ऐसे विजिटर्स अपना समय वीडियो पर अधिक देना पसंद नहीं करते, वो सर्च करके बस उतनी चीज़ जान लेते हैं जो उन्हें जाननी होती है !

Unintentional visitors – ऐसे विजिटर्स ये तब इंटरनेट सर्फ करते हैं जब इन्हें लगता है कि लाओ करने को कुछ नहीं है इंटरनेट ही देख लें ! ये वीडियो देखना अधिक पसंद करते हैं !

तो दोनों तरह के विजिटर इंटरनेट पर उपलब्ध हैं, और आपने भी महसूस किया होगा कि ढेर सारी चीजों के लिए आप पढना पसंद करते हैं बजाय वीडियो देखने के !

जिन्हें सच में जानकारी लेनी होती है वो पढ़ना ही Prefer करते हैं, और सीखने के लिए पढ़ना ही जरूरी होता है, देखना समझने के लिए बेहतर हो सकता है पर पढ़ाई के लिए पढ़ाई जरूरी है !

पढ़ना एक active क्रिया है जबकि देखना एक passive क्रिया, और अगर सीखने के लिए पढ़ना जरूरी नहीं होता तो दुनिया की सबसे बड़ी Universities किताबें हटाकर या अब जब Laptop पर पढ़ाया जाता है उसे हटाकर सिर्फ वीडियो ही दिखाते !!

ब्लॉगिंग में कितनी संभावनाएं हैं ?

अगर संभावनाओं की बात की जाए तो ब्लॉगिंग में अनंत संभावनाएं हैं अब इसके लिए आपको कुछ तथ्य देता हूँ !

  1. ढेरों ऐसे ब्लॉगर हैं जिन्होने नौकरी छोड़ी है ब्लॉगिंग के लिए, मैं खुद गवाह हूँ इस बात का, किसी की कही या सुनी हुई नहीं बता रहा !
  2. अगर India की ही बात करूँ तो ढेरों ब्लॉगर हैं जो हजारों डॉलर हर महीने कमाते हैं, ये भी कही या सुनी हुई बात नहीं है !
  3. आप इस पोस्ट में देख सकते हैं कि दुनिया के बड़े Blogs कितना कमाते हैं !
  4. ना सिर्फ इन्कम बल्कि जो Satisfaction ब्लॉगिंग में है वो शायद कम ही क्षेत्रों में मिलती है जब आप किसी कि मदद करने में कामयाब होते हैं तो अच्छा लगता है !

ये याद रखिए आप किसी भी छोटे से छोटे काम में सफल हो सकते हैं, बस जरूरत है तो शिद्दत की, लगे रहने की, पूरे मन से काम करने की !!

तो आप जिसमें भी अच्छे हैं उसमें जी जान से, जी तोड़ मेहनत कीजिये, देखिये सफलता कैसे आपके सामने आकार खड़ी हो जाती है ! और किसी मदद की जरूरत हो तो मैं हूँ ही कभी भी कुछ भी पूछ लीजिएगा !

और हाँ अगर आगे भी इसी तरह की पोस्ट चाहते हों तो मुझे कमेन्ट में जरूर बताइएगा !