SEO Friendly URL कैसे लिखें ? Complete Research 🔥🔥

Permalink या URL एक बेहद जरूरी भाग है किसी भी वेबसाइट या ब्लॉग का, अगर आप बहुत बेहतर URL बनाते हैं, तो बहुत आसान हो जाता है गूगल के लिए आपके पेज को Index करना और फिर उसको Rank करना भी !!

तो आगे इस पोस्ट में इसी बारे में पूरी जानकारी है कि कैसे आप बेहतर से बेहतर URL Structure बनाएँ और कैसे आप Permalink में क्या लिखें ? जिससे गूगल को आपका Content बेहतर समझ आए !

क्या और कैसे रिसर्च की ?

  • इस पोस्ट को लिखने के लिए मैंने 30 बड़ी वेबसाइट्स की एक लिस्ट बनाई और उन पर पूरी रिसर्च की, कि आखिर ये लोग URL में क्या लिख रहे हैं !!
  • इसके बाद मैंने लगभग 20 अलग अलग Search Terms को Google पर सर्च करके देखा और देखा कि TOP 3, Results के URL किस तरह लिखे गए हैं !!

Results में क्या है ?

इस Research में मुझे पता चला कि आखिर बेहतर URL कैसे लिखे जाते हैं और इसके अलावा इन सवालों के जवाब भी मिले –

  • क्या URL में Stop Words प्रयोग करने से कोई नुकसान होता है ?
  • Subdirectory या Subdomain, क्या प्रयोग करना चाहिए ?
  • URL में किस तरह से Keyword प्रयोग करना चाहिए ?
  • URL कितना लंबा होना चाहिए ?
  • URL में Date होनी चाहिए या नहीं ?
  • URL हिन्दी में लिख सकते हैं क्या ?
  • हिन्दी कंटेन्ट के लिए URL, English में लिखें या नहीं ?
  • Hinglish में URL लिख सकते हैं क्या ?

और ढेर सारी बातें जो इस पोस्ट में आगे आप जानेंगे !! तो चलिये URL की कहानी शुरू से शुरू करते हैं 🙂

URL होता क्या है ?

URL का फुल फॉर्म होता है uniform resources locators, मतलब एक ऐसा पता (Adress) जो आपको किसी Resources के बारे में बताता हो !

अब जैसे सामान्य जीवन में Address बहुत महत्व रखता है कि आपने कैसे बताया है, अगर आपने आसान तरीके से बताया है तो आदमी हो या चिट्ठी आसानी से पहुँच जाएगी, अगर नहीं तो परेशानी तो होगी ही !

अब कुछ उदाहरण देख लेते हैं –

अब अगर आप अपना पता कुछ इस तरह बताएं तो –

  1. जहां से बस गुजरती है वहाँ से सीधे जाना है, आगे जाकर तिराहे से दायें हो जाना फिर तीन गलीयाँ आएंगी उनमें से दूसरी में जाना फिर वहाँ से सीधे जाकर बाएँ मुड़ना, पांचवें बिजली के खंबे से छ्ठा घर मेरा है !
  2. YZ मोहल्ला में जाकर, XYZ गली के अंदर, घर नंबर 204, गली के बाहर पूछ लेना
  3. नाम, YZ मोहल्ला, XYZ गली, घर नंबर 204

आपको क्या लगता है कौन सा Address आसानी से समझ भी आया और आदमी आसानी से पहुँच भी जाएगा, ज़ाहिर सी बात है तीसरा वाला

अब यहाँ से ये बात साफ हो जाती है यदि हम अपना Address ठीक से लिखते हैं तो लोग आसानी से पहुँच सकते हैं ठीक यही बात गूगल पर भी लागू होती है यदि आप अच्छा URL लिखते हैं तो गूगल को आसानी से पता चल जाता है कि ये Content है क्या और वो आसानी से उसे Index कर लेता है !

URL से Google को क्या पता चलता है ?

अब यहाँ भी हम उदाहरण से समझने का प्रयास करेंगे

अब आप सोचिए यदि आप इन गलियों के नाम सुनते हैं या बाज़ारों के नाम सुनते हैं तो आपके दिमाग में क्या आता है ?

  • मसालों वाला बाज़ार – पढ़ कर लगता है मसाले मिलते होंगे
  • हींग वाला बाज़ार – हींग मिलती होगी
  • न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी – शायद दोस्तों ने मिलकर बनाई होगी, रोज़ पार्टी होती होगी
  • Defence कॉलोनी – Defence Officers रहते होंगे
  • नेताजी सुभाष मार्ग – शायद नेताजी ने यहाँ पर कुछ किया होगा, शायद कभी गुज़रे होंगे यहाँ से

जैसा मैंने लिखा शायद ऐसा ही आपके भी दिमाग में आया, या कुछ अलग भी आ सकता है, पर ये साफ है कि हमारा दिमाग, जगह का नाम सुनकर उसके बारे में अंदाज़ा लगाने लगता है !

और ऐसा ही गूगल और सर्चर दोनों करते हैं, जब आपके Web Address यानि URL को देखते हैं ! अब यहाँ से फिर एक बार सिद्ध हो जाता है कि अच्छा Web Address लिखना कितना जरूरी है !!

URL कितने प्रकार के होते हैं ?

मुख्यत: दो प्रकार के होते हैं –

  1. Dynamic URL – जो फिल्टर लगाने से बदलते हैं, या कोई Condition लगाने से बदलते हैं, आपने देखा होगा, Shopping Websites पर यदि आप आप कुछ सर्च कर रहे हों और फिर फिल्टर भी लगाएँ तो URL में परिवर्तन होता है, ऐसे ही हर वेबसाइट का Search Results वाला URL, Dynamic ही माना जाएगा !
  2. Static URL – जो स्थिर रहते हैं जैसे आपकी पोस्ट का URL, जो बदलते नहीं, एक और बात गूगल की नज़र में जो भी URL Index हो गया वो Static Url हो जाता है !

इसके अलावा भी दो और प्रकार के URL होते हैं

  1. Relative URL – जिसमें आप मुख्य Domain को शामिल नहीं करते जैसे – सिर्फ /history/mains – अपने खुद के ब्लॉग पर इसी प्रकार के लिंक प्रयोग करने चाहिए, इससे आपका कई परेशानियों से बचाव हो जाता है, जैसे http/https problem, www /non www version, और भविष्य में कभी भी आप Domain Name Change करना चाहें तो आसानी से कर सकते हैं !
  2. Absolute URL – इसमें domain name को भी शामिल किया जाता है, जब भी अपने ब्लॉग का लिंक कहीं और शेयर करें तो इसका प्रयोग करें, उदाहरण – xyz.com/history/mains

URL और Permalink में कोई अंतर है क्या ?

Permalink यानि किसी भी पोस्ट या पेज या फिर Media File के लिए सीधा एक Permanant लिंक, जिसे कहीं भी Share किया जा सकता हो, लिंक किया जा सकता हो तो Basically ऐसा Url जो लंबे समय तक Change ना हो उसे permalink कहा जाता है !

ऐसा URL बनाएँ

  • गूगल के अनुसार आपको अपना URL बेहद साधारण सा रखना चाहिए, ऐसा जो पढ़ा जा सके, ना कि कुछ नंबर्स !!
  • URL में (-) dash का प्रयोग कीजिये ना कि (_)underscore का !
  • किसी भी एक प्रॉडक्ट या सर्विस के लिए कोशिश करें कि एक ही URL हो !!
  • जब भी आप अपनी पोस्ट के URL में परिवर्तन करें तो ध्यान रहे आप 301 Redirect जरूर बना दें !
  • SSL Certificate अवश्य प्रयोग करें !

ऐसा URL ना बनाएँ

  • ऐसा URL ना लिखें कि वो Spammy लगने लगे, मतलब बहुत लंबा Keywords भरा हुआ URL नहीं बनाएँ, आप खुद भी ऐसे URL पर क्लिक करने में घबराते हैं तो ऐसे ही सोचिए कि कोई और कैसे करेगा ?
  • ऐसा URL ना लिखें जिसका दूर दूर तक आपके कंटेन्ट से कोई नाता ही ना हो, बल्कि ऐसा लिखें जिससे आपके कंटेन्ट के बारे में अंदाज़ा हो जाये !
  • URL में बहुत ज़्यादा Category/Subcategory ना लगाएँ !

20 Keyword जिन पर रिसर्च की गयी

  • News Today
  • Best Headphones
  • How to Bake a Cake
  • Learn Math Easily
  • Book Ticket Online
  • How to Reduce Weight
  • Format Hard Drive Easily
  • Best Pen Drives
  • भारत का इतिहास
  • अजंता एलोरा की गुफाएँ किसके काल में बनी?
  • SSC CGL Exam Date
  • Jeff Bezos
  • Best Games 2020
  • Best Phones August 2020
  • Whatsapp Quotes
  • Bharat ki Arthvyavastha
  • Who is Allu Arjun?
  • chandragupt maurya in Hindi
  • Note 20 Ultra Price in India
  • Sony Home Theater Review

Research Results

Research का तरीका – मैंने इन सभी वेबसाइट्स को विज़िट किया और इनके सबसे Latest पोस्ट के URL को देखा, और उसमें क्या खास है वो देखने का प्रयास किया, साथ ही इन सभी Keywords को भी Google पर सर्च किया और पहले 2-3 Results को देखा और उनके भी URL को परखने का प्रयास किया, तो जो भी Results हैं आपके सामने हैं –

  1. सर्च होने वाले Keywords को URL में शामिल कीजिये – अब यहाँ देखिये engadget.com ने जब URL लिखा तो ध्यान रखा कि लोग Iphone 12 की Release Date ढूंढ रहे हैं तो उसे अपने URL में प्रयोग किया !
  1. आप URL में Date शामिल करें यदि – यहाँ पर मैंने कई News वेबसाइट्स को शामिल किया है, और उन्हें देखने के बाद ये पता चलता है कि किसी ना किसी तरह उन्होने किसी ना किसी तरह Date को शामिल किया हुआ है !
  1. Subdomain vs Subdirectory or Subfolder – अधिकतर ब्लॉगर Subdirectory प्रयोग करना Prefer करते हैं, जो सही भी है यदि आप Subdomain प्रयोग करते हैं तो गूगल उसे अलग वेबसाइट की तरह देखता है !
  1. URL में Category को शामिल करें – यदि आप अपने URL Structure में Category को शामिल करते हैं तो गूगल को ये समझने में आसानी होती है कि Article किस विषय से संबन्धित है, इसके बाद गूगल उसे बेहद जल्दी Index कर सकता है ! पर ऐसा ना करें कि 2-3 Category URL में शामिल कर दें, अधिक से अधिक 2, एक Categroy और एक Subcategory !

5. Stop Words से फर्क पड़ता है ?– काफी सारे URL देखने के बाद ये पता चला कि Stop words से कोई खास फर्क नहीं पड़ता, बस उसे इसलिए प्रयोग नहीं करते क्यूंकि वो वास्तव में कोई Keyword नहीं है और Google उसे Ignore कर देता है, तो URL बेवजह लंबा ना हो इसलिए कुछ लोग उसे प्रयोग नहीं करते, जबकि अधिकतर बड़ी वेबसाइट्स के URL में मुझे Stop Words दिखे, मतलब अगर Stop Word आपके Keyword का पार्ट है तो उसे URL में प्रयोग करें !

  1. URL छोटा रखें – ढेर सारे URL देखने के बाद ये पता चला कि अधिकतर ने URL को छोटा रखा है और ये URL Search में बेहतर प्रदर्शन भी कर रहे हैं, एक और बात जो पता चली वो ये कि News और Review वेबसाइट्स Long URL के साथ बेहतर प्रदर्शन करते हैं (वजह है उन्हें सर्च कैसे किया जाता है) पर Tutorial और Blog वेबसाइट्स में Short URL बेहतर हैं !

वैसे अधिकतर SEO Experts और Plugins 75 Chararters लिखने का सुझाव देते हैं पर मेरे अनुभव से और इस रिसर्च के दौरान भी मैंने पाया कि ऐसा जरूरी नहीं, आप कम या ज़्यादा भी रख सकते हैं, मतलब इससे है कि सर्च इंजन को ये बता पाएँ कि कंटेन्ट किस बारे में है ! पर फिर भी अगर Short हो तो ज़्यादा बेहतर है !

  1. क्या हिन्दी में URL लिख सकते हैं ? – इसके लिए मैंने हिन्दी Wikipedia के Articles देखे, जो ज़ाहिर है कि बेहद अच्छी Quality के होते हैं, फिर मैंने उन्हें English Keywords से सर्च करने का प्रयास किया, और Result ये था !

इसके बाद मैंने हिन्दी में भी सर्च करके देखा और Result वही था –

फिर मैंने हिन्दी में प्रश्न को सर्च किया और उसके जो परिणाम थे वो ये रहे – सभी Top Results के URL हिन्दी में ही थे –

मतलब आप हिन्दी में URL लिख सकते हैं और ये आपके लिए कोई नुकसान की बात नहीं है, बस एक ही नुकसान है जब आप उसे शेयर करते हैं तो वो कुछ इस तरह का दिखता है –

https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%93%E0%A4%A1%E0%A4%BC%E0%A4%BF%E0%A4%B8%E0%A5%80

जिसकी वजह से जब कोई Personally उस लिंक को शेयर करता है तो लोग उस पर क्लिक करना उतना Prefer नहीं करते, क्यूंकी उन्हें समझ नहीं आता कि इस लिंक में क्या है, हालांकि Whatsapp वगैरा में आजकल Preview भी दिखाई देता है पर फिर भी ऐसा लिंक शेयर करना थोड़ा कठिन है सामान्य और सीधे URL से !

  1. क्या Hinglish में URL लिख सकते हैं ?– Hinglish में URL लिखना बेहतर विकल्प है, अगर आपका Content हिन्दी में है तो URL को Hinglish में लिखना बेहतर विकल्प साबित हो सकता है, क्यूंकी इसे आसानी से शेयर किया जा सकता है और गूगल भी Hinglish को हिन्दी ही समझता है !

देखिये गूगल Hinglish को बखूबी समझता है !

निष्कर्ष के तौर पर

यहाँ मैंने उन्हीं वेबसाइट्स और Blogs के URLs को परखा जो जानी मानी हैं, और अक्सर सर्च Results में Top पर या पहले पेज पर दिखाई देती हैं !

और इतने सारे URL देखने के बाद और अपने अनुभव से भी मैं इस निष्कर्ष पर पहुंचा हूँ कि आपको URL Short रखना है और ऐसा रखना है जो आपके Content के बारे में एकदम सटीक जानकारी दे सकें !

अपडेट

मैंने खुद इस बात का अनुभव किया इसी वाली पोस्ट से और बेहद छोटा URL बनाया, और इसे Publish करने के बाद, तुरंत Search Console में भी Submit किया और अच्छी बात ये हुई कि ये पोस्ट सिर्फ 5 मिनट में Index हो गयी !

इससे पता चलता है कि गूगल को यदि आसान URL दिये जाएँ तो वो उन्हें जल्दी Process करता है, जबकि मेरी अन्य पोस्ट को Index होने में घंटों लगे हैं !!