गूगल अक्सर ही अपने Algorithm में परिवर्तन करता रहता है, और उन परिवर्तन का मकसद होता है, सर्चर को बेहतर से बेहतर परिणाम उपलब्ध करवाना |
दूसरा पहलू ये है कि जब भी ये परिवर्तन होते हैं तो ढेर सारे Blogs/Websites इससे प्रभावित होती हैं | उदाहरण के लिए जब Hummingbird Update साल 2013 में आया था तो लगभग 90% Blog/Websites प्रभावित हुए थे |
- अनेकों लोग जो बहुत अच्छा ट्रैफिक पा रहे थे अचानक नीचे आ गए, और कई को फायदा भी हुआ, इसी तरह जब RankBrain आया तब भी और जब Mobile First Indexing लागू हुई तब भी, ढेरों अंतर आते रहे, और आगे भी आते रहेंगे |
अब समस्या ये है कि इस परिवर्तन (जो कि अनिश्चित है) से कैसे अप्रभावित रहा जाये ?
क्या है ये Sustainable Blogging?
यहाँ Sustainable Blogging से भी अर्थ ये ही है कि Blogging ऐसी हो जो टिकाऊ हो ऐसा ना हो कि कोई अपडेट आए और धड़ाम ! या टॉपिक खत्म हो गया तो धड़ाम ! या कोई और बड़ा परिवर्तन हो गया तो धड़ाम !
Sustainable Blogging मतलब जिसपर आप भरोसा कर सकें कि भई मेरे ब्लॉग को कुछ नहीं होगा या मेरी वेबसाइट तो चलेगी ही चलेगी, मतलब लंबे समय तक चलने वाली ब्लॉगिंग
तो चलिये समझने की कोशिश करते हैं कि ये :-
गूगल आखिर चाहता क्या है ?
यहाँ पर सबसे पहली जो समझने वाली बात है वो ये कि आखिर गूगल चाहता क्या है क्यूँ वो इतने परिवर्तन करता रहता है ? तो जो कारण हैं वो ये रहे –
- गूगल चाहता है कि उसके यूजर्स को सबसे बेहतर जानकारी मिले ताकि गूगल पर उनका विश्वास बना रहे
- गूगल ये भी चाहता है कि जो Advertisers हैं वो भी गूगल पर भरोसा करें कि उनका प्रचार अच्छी वेबसाइट्स पर होगा, अब ज़ाहिर सी बात है जिन वेबसाइट्स पर ट्रैफिक ज़्यादा होगा उन्हीं पर Adsense के Ads भी ज़्यादा देखे जाएंगे, यदि बेकार Blogs, Search में ऊपर आ गए तो ज़्यादा Ad views उन्हीं पर आएंगे
- गूगल ये भी चाहता है कि वो Bloggers को अच्छा कंटेन्ट बनाने के लिए प्रेरित करे, इसीलिए अच्छे कंटेन्ट को ऊपर रखता है |
- और गूगल वही चाहता है जो सर्चर चाहता है, और जो आप भी चाहते हैं |
अब जानने की कोशिश करते हैं कि आखिर :-
यूजर क्या चाहता है ?
- User को सबसे पहली जो जरूरत होती है वो है जानकारी, यानि सही जानकारी और पूरी जानकारी, विश्वसनीय जानकारी
- जानकारी भी सीधे सीधे चाहिए, आप भी किसी भी वेबसाइट या ब्लॉग पर जाते होंगे, तो आप ना चाहते हुए भी सीधे सीधे मुख्य जानकारी चाहते होंगे
- कोई भी यूजर चाहे वो आप भी हों किसी भी वेबसाइट या ब्लॉग पर Advertisement देखने नहीं जाते, तो वो Advertisements तो हों पर प्राथमिकता, कंटेन्ट हो Advertisement नहीं
- यूजर को इंतज़ार करना बिलकुल पसंद नहीं, तो जो भी जानकारी हो तेजी से मिलनी चाहिए
- यूज़र को अच्छी Images देखना पसंद आता है, पर उनके लिए भी वो इंतज़ार नहीं करना चाहते तो Image का size कम होना चाहिए ताकि जल्दी से लोड हो सके !
तो यही गूगल भी चाहता है और अगर आप भी यही करेंगे तो सर्च में बने रहेंगे !
टिकाऊ बने रहने के लिए क्या करना पड़ेगा ?
ये जानने के लिए मैंने सभी बड़े Bloggers को नोटिस करना शुरू किया और कि आगे भी यदि गूगल अपना Algorithm बदल दे तब भी वो अप्रभावित कैसे रहेंगे ? चलिये अब देखें कुछ बड़े Blogs और Websites को
आंकड़े
Owner | Blog/Website | Monthly Earning | Year Started | |
1 | Arriana Huffington | Huffpost | $41,660,000 | 2005 |
2 | Peter Rojas | Engadget | $3,950,000 | 2004 |
3 | Rand Fishkin | Moz | $3,740,000 | 1998 |
4 | Pete Cashmore | Mashable | $3,330,000 | 2005 |
5 | Michael Arrington | TechCrunch | $1,870,000 | 2005 |
6 | Brian Clark | CopyBlogger | $2,750,000 | 2005 |
7 | Mario Armando Lavanderia Jr | Perez Hilton | $575,000 | 2005 |
8 | Peter Rojas | Gizmodo | $541,000 | 2002 |
9 | Vitaly Friedman | Smashing Magazine | $430,000 | 2006 |
10 | Gina Trapani | LifeHacker | $200,000 | 2005 |
आखिर क्या वजह है कि इन Blogs/Websites पर सर्च Algorithm Change का फर्क नहीं पड़ता ,अगर आप इन्हें देखें तो ये 1998 से 2008 के बीच सभी शुरू हुए हैं, और गूगल ने काफी परिवर्तन किए लेकिन ये और बढ़ते ही गए !
Sustainable Blogging की कैसे जाये ?
आप भी इन वही कीजिये जो इन बड़े ब्लोगस और वेबसाइट्स ने किया, इनहोने जो किया वो ये रहा !
- Original और बेहतरीन कंटेन्ट – इन्होने कहीं से भी कंटेट कॉपी करके नहीं बनाया, ना ही कोई ShortCut ढूँढने की कोशिश की
- लोगों की लाइफ में Value Add करना – इन्होने कंटेट को लोगों के लिए लिखा ना सिर्फ सर्च में आने के लिए
- अपनी Audience को समझ कर Relevant Content बनाया – ना कि जो अच्छा लगा वही शेयर कर दिया
- लगातार परिवर्तन करते रहना – समय और गूगल के साथ साथ इन्होने Blogs/Website में काफी परिवर्तन किए
- विश्वसनीयता – लोग इन पर काफी भरोसा करते हैं क्यूंकि इन्होने कभी भी गलत खबर या सलाह नहीं दी
- लोगों से जुड़ाव – इन सब लोगों ने लोगों को खुद से जोड़ा, आप NeilPatel को भी देख सकते हैं उन्होने UberSuggest को भी बदलकर अपने नाम से रखा, और यहाँ तक कि आप Neilpatel.com पर हर जगह NeilPatel का चेहरा देख सकते हैं, यही तरकीब है लोगों से जुडने की उन्हें खुद को याद कराने की, क्यूंकी जब हम किसी से आमने सामने मिलते है और थोड़ी बातचीत भी कर लेते हैं तो उन्हें भूलते हैं| तो याद रखिए जब भी ब्लॉग लिखें लोग आपको पहचानने चाहिए
- लोगों को इनका नाम याद है इन्होने उदाहरण पेश किया है तो लोग इन्हें याद रखते हैं कुछ भी हो जाए लोग इनका नाम गूगल पर सर्च करके जाएँगे नहीं दिखा तो सीधे जाएंगे |
- Email, पुश नोटिफिकेशन और अन्य साधनों (Facebook, Twitter & Others) से लोगों को जोड़ा और समय समय पर उन्हें उनकी पसंद के नोटिफ़िकेशन भेज कर वापस लाते हैं !
- Users First – दुनिया के जितने भी सफल ब्लॉगर हैं या सफल वेबसाइट्स हैं उन्होंने अपने Users के हित को पहले रखा, ये देखा कि उन्हें कैसे लाभ पहुंचे, क्यूंकि वास्तव में आपके Users के लाभ में ही आपका लाभ है !
आखिर में !
अब चूंकि गूगल अन्य सर्च इंजन्स और यूज़र्स को अच्छे कंटेन्ट की ही तलाश रहती है, तो अगर आपमें भी ये सब Qualities हैं तो किसी भी सर्च इंजन में आप टॉप पर ही रहेंगे और अगर आने वाले समय में रैंक थोड़ी बहुत कम ज्यादा भी होती है तो भी रहे तो लोग सीधे विजिट करते ही रहेंगे !
तो वैसे मुझे उम्मीद है कि आपको समझ आया होगा कि वास्तव में लम्बे समय तक Blogging में टिकने के लिए क्या करना है, अगर फिर भी कोई प्रश्न हो तो यहाँ कमेन्ट में पूछना ना भूलें !